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गुरुवार, 27 जनवरी 2022

VIBGYOR इन्द्रधनुष

 

आओ स्वयं से होली खेलें, खुद को ही हम रंग लगाएं

इन्द्रधनुष सा सतरंगी बन, जीवन अपना सफल बनायें।।

 

*V*   बैर  भाव अब दूर भगाएं, प्यार और  सहकर  बढ़ाएं

*बै*     मिलजुलकर हम रहना सीखें,सबके सहयोगी बन जाएँ।।

आध्यात्मिकता से जीवन  के, रंग बैंगनी से रंग जाएँ

इन्द्रधनुष सा सतरंगी बन,जीवन अपना सफल बनायें।।

 

*I*    नील रंग अवनी नभ शोभित,अति अनन्त का भाव जगाता

*नी*    ह्रदय हमारा हो विशाल यह,  शांति धैर्य सद्भाव बढाता।।

नील रंग में रंगकर हम भी, स्नेह प्रेम विश्वाश जगाएं

इन्द्रधनुष सा सतरंगी बन, जीवन अपना सफल बनायें।।

 

*B*     बल साहस व शौर्य शक्ति संग, धीर वीर गंभीर बनें हम

*आ*   मस्त मयूर कानन नर्तन में,जोश होश उल्लास भरें हम।।

आसमान से रंग मिलाकर,दिग दिगंत तक हम बढ़ जाएँ

इन्द्रधनुष सा सतरंगी बन, जीवन अपना सफल बनायें।।

 

*G*    हरा रंग हरियाली मन की, स्वस्थ समृद्ध हो जीवन अपना

*ह*    मातृभूमि के लिए हमारा, तन मन धन अर्पण सब अपना।।

हरे रंग से रंगकर मन ये , धरती  माँ  का  मान बढ़ाए

इन्द्रधनुष सा सतरंगी बन, जीवन अपना सफल  बनायें।।

 

*Y*     पीत पवित्र पावन निर्मल मन,त्याग तपस्या मय जीवन हो

*पी*    गुरु के आदर्शों में ढलकर,गुरु को ही अर्पित तन मन हो।।

गुरु चरणों का रज धारण कर, गुरु के रंगों में रंग जाएँ

इन्द्रधनुष सा सतरंगी बन, जीवन अपना सफल बनायें।।

 

*O*    नारंगी रंग मान हमारा, राष्ट्र धर्म का प्राण है प्यारा

*ना*    केसरिया बलदायक भी है, संतों का परिचायक भी है ।।

मन केसरिया रंग में रंग कर,धर्ममय जीवन बन जाए

इन्द्रधनुष सा सतरंगी बन,जीवन अपना सफल बनायें।।

 

*R*     लाल रंग का रक्त हमारा, अंग अंग में जोश जगाता

*ला*   सूर्योदय की मधुर लालिमा, से सारा जग उर्जा पाता।।  

लाल रंग तो प्रेम रंग है, प्रेममयी  जीवन बन जाए

इन्द्रधनुष सा सतरंगी बन,जीवन अपना सफल बनायें।।

 

इन्द्रधनुष सा जीवन को भी, सात रंग से रंग डालें हम

सात चक्र को जागृत करके,शक्ति श्रोत को ही पा लें हम।।

शुभ्र धवल दिनकर सा बनकर,परहित में जीवन लग जाए

आओ स्वयं से होली खेलें, खुद को ही हम रंग लगाएं-उमेश यादव

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