नववर्ष की
है शुभकामनाएं
नववर्ष की
है शुभकामनाएं, आओ ख़ुशी
के नए गीत गायें।
मंगलमय हो
नया वर्ष सबको,आओ नयी एक
दुनियां बसायें।।
आतंक अन्याय
कहीं अब न होगा, अज्ञान का
न होगा अँधेरा।
न होगा
कहीं अब गरीबी का डेरा,आएगा अब तो
नया वह सवेरा।।
नयी धूप से
अब नया भोर होगा,आओ सभी मिल
खुशियाँ मनाएं।
मंगलमय हो
नया वर्ष सबको, आओ नयी एक
दुनियां बसायें।।
हवाओं में
संगीत श्रम के बजेंगे,चमन में उमंगों
के गुल खिलेंगे।
फिजाओं में
ना रहेगी उदासी, आनंद के
नव मरुत अब बहेंगे।।
स्नेह प्यार
से उर भरेगा मनुज का,आओ सृजन के नए गीत गायें।
मंगलमय हो
नया वर्ष सबको, आओ नयी एक
दुनियां बसायें।।
गम या
दुखों का नहीं नाम होगा,धन धान्य
से पूर्ण हर आम होगा।
काबिल बनेंगे
कष्टों के साथी, पर दुःख कातर हर खास होगा।।
रिश्तों की
ठिठुरन मिटायें धरा से, सारे जगत को
कुटुम्बी बनाएं।
मंगलमय हो
नया वर्ष सबको, आओ नयी एक
दुनियां बसायें।।
अन्धेरा
कलुष का रहे न कहीं भी,सर्वत्र सुख शांति का राज होगा।
दुःख दैन्य
दारिद्रय भागे जगत से,नवयुग का नव आगाज होगा।।
आओ स्वयं को
बदलें जरा सा,परहित में निज समय श्रम लगाएं।
मंगलमय हो
नया वर्ष सबको, आओ नयी एक
दुनियां बसायें।।
-उमेश यादव
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