आओ नयी पहल करते है।नयी बातों से चहल करते हैं।भाव मन के स्नेहल करते हैं ।अब तक जो भी किए वो छोडो।मानवता की टहल करते हैं।आओ नयी पहल करते है।चरण बढ़े हैं, थमे नहीं ये,चल पड़े हैं ,रुके नहीं ये।मुसीबतें आये जितने भी ,रुकी गति सचल करते हैं।आओ नयी पहल करते है।सोचना है अब सही दिशा में,चलना भी है गहन निशा में।हाथ में ले मशाल चलें हम ,चलें! न जबतक हल करते हैं।आओ नयी पहल करते है।आये थे जब इस दुनियां में,सोचा था कुछ क्या हम सबने।आओ उसी दुनियां में फिर से,खड़ा एक महल करते हैं।आओ नयी पहल करते है।दृष्टि पवित्र रहे हमारा,सदय हृदय भाव हो प्यारा।परहित जीवन जियें सदा ही,पर-दुःख नयन सजल करते हैं।आओ नयी पहल करते है।सर उंचा है झुके नहीं ये,कारवां अपनी रुके नहीं ये।लक्ष्य प्राप्ति ही लक्ष्य हमारा,हर अभियान सफल करते हैं ।आओ नयी पहल करते है।सोचना है अब लक्ष्य पाना,दसों दिशायें जीत जाना ।विजय हेतु अहर्निश बढ़ें हम,आओ कुछ कुतूहल करते हैं।आओ नयी पहल करते है।उमेश यादव
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गुरुवार, 27 जनवरी 2022
आओ नयी पहल करते है।
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