श्रद्धा की अनुभूति तुम्हीं से, गुरु भक्ति का आधार हो,
जन्मदिवस चेतना दिवस पर,नमन हजारों बार हो
युग गीता का सूत्र बताया,वैज्ञानिक अध्यात्म सिखाया,
नवधा भक्ति बताकर तुमने,भक्ति ज्ञान का मार्ग दिखाया,
गुरुज्ञान का अमृत बांटा, जिससे सुखी संसार हो
गुरुवर के सपनो का तुमने, विश्व विद्यालय बनवाया
ज्ञान रूप सद्ग्रंथ की गंगा, को सारे जग में पहुचाया
ज्ञान क्रांति का अलख जगाया, जिससे श्रेष्ठ विचार हो
प्रतिभाओं को नयी दिशा दे,धर्म कर्म से सबको जोड़ा
प्रबुद्धों को प्रखर ज्ञान दे,सही दिशा में उनको मोड़ा
चेतना केंद्र की धूम मची, नवचेतन विस्तार को
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