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गुरुवार, 27 जनवरी 2022

अपने अन्दर भी कमियां है


अपने अन्दर भी कमियां है

अपने अन्दर भी कमियां है, इसपर जरा विचार करें।
त्रुटियाँ समझे तनिक गौर से, उनमें जरा सुधार करें।।

दूसरों की कमियां ढूंढना ही,अपना ध्येय है मान लिया।
दूसरों को निश्चित बदलेंगे,ऐसा गर मन में ठान लिया।।
रुको जरा,सोचो समझो, क्यों खुद का नहीं सुधार करें।
अपने अन्दर भी कमियां है, इसपर जरा विचार करें।।

हम बदलेंगे युग बदलेगा, यह हम सबका ही नारा है।
इस पवित्र नारे को क्या, हम सब ने कभी विचारा है।।
दृष्टिकोण बदलें सब अपना, मन में हम सुविचार भरें।
अपने अन्दर भी कमियां है, इसपर जरा विचार करें।।

दोष और गुण सबमें होता है, हम उसको पहचाने।
परदोषों को अनदेखा कर हम, गुण औरों का जाने।।
अगर बदलना ही है तो, निज दोषों का उपचार करें।
अपने अन्दर भी कमियां है,इसपर जरा विचार करें।।

निज दोषों से लड़ना है तो, उसका हम पहचान करें।
खुद से चोट करें स्वयं को,अवगुण का अवसान करें।।
अपने अन्दर छुपे है दुश्मन, उसपर प्रथम प्रहार करें।
अपने अन्दर भी कमियां है, इसपर जरा विचार करें।।
उमेश यादव 27-4-21

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