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शनिवार, 12 नवंबर 2022

छठ पर्व पर सूर्य देव

*छठ पर्व पर सूर्य देव*
हे आदित्य भगवान जगत से, कष्टों का अवसान करें।
छठ पर्व पर सूर्य देव, निज भक्तों का कल्याण करें।।

असुरों ने जब देवों पर ही, भीष्ण अत्याचार किया। 
हार गए तब देव असुरों से,ऐसा था प्रहार किया।। 
देवों की माता अदिति ने तप हेतु प्रस्थान किया ।
माँ छठी की कृपा हुई तब,दिव्य पुत्र वरदान दिया।।
अदिति पुत्र ने जय पाया, हम उनका ही ध्यान धरें।
छठ पर्व पर सूर्य देव, निज भक्तों का कल्याण करें।।

सूर्य पुत्र ने सुर्यार्चन से,बल ऐश्वर्या को पाया था।
सूर्य अर्घ्य और उपासना को, उसने सदा निभाया था।।
छठ व्रत से पांडव ने फिर से,राज पाट को पाया था।
द्रौपदी ने व्रत करके उनको,खोया मान लौटाया था।
जगपालक दिनमान सूर्य को,श्रद्धा सहित प्रणाम करें।
छठ पर्व पर सूर्य देव, निज भक्तों का कल्याण करें।।

माँ सीता संग श्री राम ने, सूर्य षष्ठी व्रत अपनाया था। 
ऋषि मुद्गल ने रावणबध के,पापों से मुक्त कराया था।
माँ सीता ने विधि विधान से, माँ छठी को मान दिया। 
छः दिवस तक दोनों ने ही, माँ छठी का ध्यान किया।
भगवन भाष्कर संग में माता, छठी को प्रणाम करें। 
छठ पर्व पर सूर्य देव, निज भक्तों का कल्याण करें।।

सविता देव कल्याण करो प्रभु,भक्तों को वरदान दो।
धन धान्य संतान प्राप्ति हो, हर कष्टों से मां त्रान दो।।
हे दिनकर, हे कृपानिधान ,सारे जग का कल्याण करो।
हे सविता, हे शक्तिपुंज,तम का जग से अवसान करो।
भगवान सूर्य संग षष्टी माता का, स्तुति अर्चन गान करें।
छठ पर्व पर सूर्य देव, निज भक्तों का कल्याण करें।।
उमेश यादव

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