तेरे चरणों में नतमस्तक
मेरे
गुरुवर, मेरे सब
कुछ, मेरे ही आधार हो।
तेरे
चरणों में नतमस्तक, यह पूरा संसार हो।।
हम
बदलेंगे युग बदलेगा, यही हमारा नारा है।
हम
सुधरेंगे युग सुधरेगा, हमें प्राण से प्यारा है।।
इसी
मन्त्र को धारण करके,जग की नैया पार हो।
तेरे
चरणों में नतमस्तक,
यह पूरा संसार हो।।
व्यक्ति
और परिवार बनाकर, नया समाज बनायेंगे।
स्वस्थ
शरीर,स्वच्छ मन सबका,जग को बात बताएँगे।।
सभ्य
समाज शुभ भाव कल्पना,फिर से ही साकार हो।
तेरे
चरणों में नतमस्तक,
यह पूरा संसार
हो।।
सादा
जीवन उच्च विचार ही,हर मनुष्य को भायेगा।
परहित
धर्म बनेगा जग में , कष्ट नहीं कोई
पायेगा।
तेरे
पद चिन्हों पर चलकर, इस जग का उद्धार हो।
तेरे चरणों
में नतमस्तक, यह पूरा
संसार हो।।
-उमेश
यादव
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