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बुधवार, 30 नवंबर 2022

अमृत महोत्सव स्वर्ण जयंती

 अमृत महोत्सव स्वर्ण जयंती

भारत अपनी श्रेष्ठ-विजय की, स्वर्णजयंती मना रहा है। 

सर्वश्रेष्ठ हम,स्वर्ण-गान यह,सारे जग को सूना रहा है।।


शिखर हिमाद्रि से अवनि तक,भारतजय का नारा था। 

रिपुदल दलबल था घुटनों पर, बुरी तरह से हारा था।।

शौर्य था वीरों का स्वर्णिम,हर भारतवासी सुना रहा है। 


जल में थल में नभ हम थे,सारे जहाँ में सबसे आगे।

महाशक्ति कहलाने वाले,पीठ दिखाकर थे भागे।।

अंत हुआ था अनय दुष्ट का,नक्शा ही यह बता रहा है। 


हैं अजेय हम, सदा रहेंगे,जगती ने यह मान लिया है। 

दुश्मनों की खैर नहीं है,रिपुओं ने भी जान लिया है।।

भारतवर्ष प्राण से प्यारा,रक्त का हर कण बता रहा है। 

#umeshpdyadav उमेश यादव, शांतिकुंज, हरिद्वार

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