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बुधवार, 30 नवंबर 2022

हे गणपति तेरी जय हो, जय हो

  *हे गणपति तेरी जय हो, जय हो।*
*कष्ट निवारक,विघ्न विनाशक।*
*एक दन्त हे असुर संहारक।।*
*लम्बोदर तेरी जय हो, जय हो।*
*हे गणपति तेरी जय हो, जय हो।।*
*मंगल मूर्ति , हे गजानन।*
*शिव गौरी के हो तुम आनंद।*
*सुखकर्ता तेरी जय हो, जय हो।*
*हे गणपति तेरी जय हो, जय हो।।*
*हे भालचंद्र ,हे बुद्धिनाथ प्रभु।*
*दुखियों के तुम सदा साथ प्रभु।।*
*सिद्धि दायक तेरी जय हो, जय हो।*
*हे गणपति तेरी जय हो, जय हो।।*
*जगती का तुम ताप हरो अब।*
*कार्य सभी के सफल करो सब।।*
*वक्रतुंड तेरी जय हो, जय हो।*
*हे गणपति तेरी जय हो, जय हो।।*
*प्राणिमात्र सब विलख रहे है।*
*बुद्धिहीन बन भटक रहे है।।*
*बुद्धि विधाता जय हो, जय हो।*
*हे गणपति तेरी जय हो, जय हो।।*
*हे कृपाकर कृपा करो अब।*
*नवयुग का उद्घोष करो अब।।*
*श्री गणेश तेरी जय हो, जय हो।*
*हे गणपति तेरी जय हो, जय हो।।*
--उमेश यादव
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