नव वर्ष की
शुभकामना,
नव वर्ष के इस महापर्व को, आओ सब मिल साथ मनाएं।
अब समाज के शेष तिमिर को,आओ सब मिल दूर भगाएं।।
नए साल में
नए लक्ष्य ले, नए जोश से काम करें
हम।
समय आ गया परिवर्तन का,तनिक नहीं विश्राम करें हम।।
नयी लगन और श्रम, निष्ठा से, आओ नया समाज बनायें।
नव वर्ष के इस महापर्व को, आओ सब मिल
साथ मनाएं।।
नयी सुबह है, नयी उमंग है, नव्य प्राण संचार करें हम।
नयी सभ्यता,नया देश हो,अपना ह्रदय विस्तार करें हम।।
नए विश्व के नवनिर्माण के, नए गीत सब मिलकर गायें।
नव वर्ष के इस महापर्व को, आओ सब मिल साथ मनाएं।।
सब साक्षर हों, ज्ञानवान हों, सबमें हम अपने को देखें।
सभी सुखी हों, सभी स्वस्थ हों, सभी नए सपनों को
देखें।।
परहित सबसे बड़ा
धर्मं हो, पर पीड़ा में साथ निभाएं।
नव वर्ष के इस महापर्व को, आओ सब मिल
साथ मनाएं।।
सत्पथगामी युवा सदा हों, नयी क्रांति उनको
लाना है।
भय का, भूख का नाम नहीं हो, विश्व कुटुंब बनाना
है।।
अमन चैन हो स्वर्ग सा जग में, एक नया संसार बसायें।
नव वर्ष के इस महापर्व को,आओ सब मिल साथ मनाएं।।
भ्रष्टाचार से मुक्त समाज हो, आतंक का ना कहीं नाम हो।
नशा,कुरीति,अत्याचार का, नए समाज में नहीं काम हो।।
नयी दिशा हो,नयी फिजा हो, नवल विश्व का शंख बजाएं।
नव वर्ष के इस महापर्व को, आओ सब मिल
साथ मनाएं।।
-उमेश यादव, शांतिकुंज, हरिद्वार
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