तुम्हें जन्मदिन की बधाई बधाई।
चतुर्दिक तुम्हारे खुशियाँ हो छाई।।
जगत हित तुम्हारा, अवतरण हुआ
है।
गुरु कार्य करने को, वरण भी हुआ है।।
पुष्प सा सुगन्धित, जीवन हो तेरा।
तुम्हारे पिता(उपस्थित सभी) की, यही बस दुआ है।।
हरपल हरक्षण रहे सुखदाई।
तुम्हें जन्मदिन की बधाई बधाई।।
यशस्वी बनो तुम, मनस्वी बनो तुम।
हंसते रहो जग को, हंसाते रहो तुम।।
वचन मन कर्म सब, पावन रहेगा।
ख्याति यश प्रतिष्ठा, फैलाते रहो तुम।।
रहे न निकट तेरे, कोई कठिनाई।
तुम्हें जन्मदिन की बधाई बधाई।।
आनंद से मन, मगन हो हमेशा।
उर में तुम्हारे,टिके ना निराशा।।
स्नेह प्यार से दीप्त जीवन तुम्हारा।
विपरीत पल में भी, रहे न हताशा।।
परिजन गुरु पितु, मातु वरदाई।
तुम्हें जन्मदिन की बधाई बधाई।।
देवों सा दुर्लभ जीवन मिला है।
सौभाग्य से गुरु-दर्शन मिला है।।
श्रद्धेयद्वय से शुभ आशीष पाकर।
शांतिकुंज(स्नेह-छांव) में ये बचपन पला है।।
परहित जीना है ये, माँ ने सिखाई।
तुम्हें जन्मदिन की बधाई बधाई।।
-उमेश यादव
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