चलो चलें सब वोट दे आयें।
देखो सूर्य उदित हुआ है।।
एक अनोखा घटित हुआ है।।
अब तो किसी को सोने ना दो।
इस मौके को खोने न दो।।
मूल्यवान है तेरा मत अब।
लाओ नया सवेरा तू अब।।
अपने ताकत को आजमायें।,
चलो चलें सब वोट दे आयें।।
तेरा मत है पांच साल का।
तेरा मत तो है कमाल का।।
सोचो समझो बचो लोभ से।
पड़ो न प्यारे कभी मोह में।।
तेरे मत से सरकार बनेगी।
तेरे मत से घर बार बनेगी।।
अभी वक्त है देश बचायें।
चलो चलें सब वोट दे आयें।।
झूठे वादों पर ना जाना।
जीजा फूफा नहीं बनाना।।
रिश्तेदारी नहीं निभाना।
बेईमानों को घर है बिठाना।।
ईमानदार को वोट दे आना।
तुमको है सरकार बनाना।।
गलत वोट दे मत पछतायें।
चलो चलें सब वोट दे आयें।।
संसद में जो शोर मचाते।
सड़कों पर घनघोर मचाते।।
झूठ बोलकर जो भड़काते।
देश का जो हानि कराते।।
मक्कारों को दूर हटाओ।
गद्दारों को सबक सिखाओ।।
आवो देश को श्रेष्ठ बनायें।
चलो चलें सब वोट दे आयें।।
भ्रटाचार जो दूर भगाए।
गुंडों से जो हमें बचाए।।
माँ बहिनें हो जहाँ सुरक्षित।
धर्म संस्कृति जिस से रक्षित।।
हम सबका जो मान बढाए।
भारत का सम्मान बढ़ाये।।
उसको ही हम आज जितायें।
चलो चलें सब वोट दे आयें।।
सच्चे नेता सेवा करते।
जनता के ऊपर हैं मरते।।
अपना दौलत नहीं बढाते।
हमको जो ना लुट के खाते।।
सुख दुःख में साथी बन आते।
हमें सुखी समृद्ध बनाते।।
सही चुने हम देश बनायें।
चलो चलें सब वोट दे आयें।।
-उमेश यादव
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