आन-बान
और शान है झंडा
आन -
बान और शान है झंडा,भारत का सम्मान तिरंगा।
मरें
मिटें इस देश कि खातिर,हम सबकी
है जान तिरंगा।
केसरिया
रंग इस झंडे का,त्याग
और बलिदान सिखाता।
ताकत
और साहस हो सबमें, राष्ट्र धर्म को
श्रेष्ठ बताता।।
शांति,प्रगति
के हर विकास से,जन जन का कल्याण तिरंगा।
आन -
बान और शान है झंडा,भारत का सम्मान तिरंगा।।
शुभ्र-धवल हिमालय जैसा, सत्य, शांतिमय पूर्ण वतन हो।
धर्म-संस्कृति सबसे हो ऊपर,ह्रदय
उदार और निश्छल मन हो।।
सादा जीवन, उच्च विचार से , नवयुग का निर्माण तिरंगा।
आन -
बान और शान है झंडा,भारत का सम्मान तिरंगा।।
हरा
रंग है माँ धरती
पर, सूखी - सम्मुन्नत देश हमारा।
सब
साधन से भरा रहे यह, स्वर्ग समान देश हो प्यारा।।
प्यार
और सहकार हो सबमें, भारत का निर्माण तिरंगा।
आन -
बान और शान है झंडा,भारत का सम्मान तिरंगा।।
नील चक्र कह रहा
हमारा, आगे सतत बढ़ेंगे ।
अटल इरादे लेकर
जग में, नव प्रतिमान गढ़ेंगे।।
हम
बदलेंगे युग बदलेगा, हम सबका अरमान तिरंगा।
आन-बान
और शान है झंडा,भारत का सम्मान तिरंगा।।
तीन
रंगों का प्यारा
झंडा,
अम्बर में फहरेगा।
हिन्द
देश का शान ये झंडा,
ऊँचा सदा रहेगा।।
तन
मन धन न्योछावर तुमपर,हम सबकी पहचान तिरंगा।
आन -
बान और शान है झंडा,भारत का सम्मान तिरंगा।।
-उमेश
यादव
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