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बुधवार, 4 मई 2022

भगवान परशुराम जयंती @PARSHURAM PARIVAR HARYANA @YouTube@Rishi Chintan @P...



भगवान परशुराम

क्षत्रियहीन किया था जग को,मेटा था अभिमान को।

नमन करें हम संस्कृति रक्षक, भार्गव परशुराम को।।

 

दुष्ट दलन कर धरा धाम को,पुण्य पवित्र बनाया था।

शोषण और दमन चक्र से,जग को मुक्त कराया था।।

पुण्य कार्य है खंडित करना, अहंकार अभिमान को।

नमन करें हम संस्कृति रक्षक, भार्गव परशुराम को।।

 

वेद ज्ञान हों मुख में सारे,पीठ पर धनुष सजायें।

ब्रह्म शक्ति और शस्त्र शक्ति से, धर्माचरण  कराएं।।

करें प्रणाम हम धर्मोद्धारक, परशुधर भगवान् को।

नमन करें हम संस्कृतिरक्षक, भार्गव परशुराम को।।

 

थे समर्थ गुरुदेव जगत के,शस्त्र शाष्त्र के ज्ञाता थे।

धर्म चेतना अवतरित करने, अवतारी विधाता थे।।

धारण किया था परशु को,संस्कृति के उत्थान को।

नमन करें हम संस्कृतिरक्षक, भार्गव परशुराम को।।

 

दंभ मनुज का मिट जाता है,ब्राह्मणत्व गर जागे।

सहश्र हाथ भी काम न आते,सत्य न्याय के आगे।।

आदर्श बनाए भृगुनंदन को, धर्मरक्षक भगवान् को।

नमन करें हम संस्कृतिरक्षक, भार्गव परशुराम को।।

 

भृगुनंदन के आदर्शों को हम, जीवन में अपनाएँ।

दुष्टों को दंड देना सीखें, सज्जन को सदा बचाएं।।

शस्त्र शास्त्र दोनों आवश्यक,होता जन कल्याण को।

नमन करें हम संस्कृतिरक्षक, भार्गव परशुराम को।। 

-उमेश यादव


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